Saturday, November 23, 2019

पंचगव्य की महत्ता

।। श्री ।।
*।। पंचगव्य की महत्ता और सूक्ष्मीकरण की शक्ती ।।*
(एक प्रयोग)

*गोमूत्र गोमय क्षीरं दधि सर्पि कुशोदकम्।*
*पंचगव्य मिदकर प्रोक्तम्महापातक नाशनम्।।*
(वशिष्ट संहिता)

पंचगव्य से महापातक का नाश होता है, ऐसा ब्रह्मर्षि वशिष्टजी का कथन है। पंचगव्य एक महान औषध है। मानवजाती को वरदानस्वरूप है। दुनिया में ऐसी कौणसी बिमारी नही, जिसे पंचगव्य चलता नही। सभी बिमारी का सर्वोपरी सर्वोत्तम औषधी पंचगव्य है। इसलिए एक कहावत है, जिसके घर तुलशी और गाय। उसके घर वैद्य न जाय।।

*यत्त्वगास्थिगतं पापं देहे तिष्ठती मामके।*
*प्राशनात् पंचगव्यस्य दहत्वग्निरिन्धनम।।*

जैसे अग्नि मे सुकी लकडी डालने से उसका भस्म हो जाता है, वैसे मेरी त्वचा, मज्जा, मेधा, खून और हड्डीतक प्रविष्ट हुए पाप पंचगव्य प्राशन करने से नष्ट हो जाते है।

पंचगव्य के नित्य सेवन से शरीर मे व्याप्त मंद विष का प्रभाव, संचीत विष का प्रभाव निश्चितता से नष्ट होता है। थोडा प्रयत्न और श्रम मे मानवी जीवन सुरक्षित करनेवाले दिव्य रसायन गोमाता प्रदान करती है।

पंचगव्य ताजा ताजा पिना चाहिए। लेकिन बडे बडे शहरो मे और सिंगल रूम मे रहनेवाले लोग और पचीस तीस मंजिले फ्लॅट मे रहनेवाले लोगों को गाय पालना और ताजा पंचगव्य प्राशन करना असंभव है। पंचगव्य तो सभी को मिलना चाहिए, इस विचार से हमने गत साल मे अनेकानेक प्रयोग करके पंचगव्य के गुण मे वृद्धी करनेवाली और पंचगव्य कई महिनोतक अच्छे तरह से रखनेवाली एक नयी पद्धती ढुंड ली। पंचगव्य का सूक्ष्मीकरण कर दिया। सूक्ष्मीकरण के अपने कुछ सिद्धान्त है। उस सिद्धान्त से सूक्ष्मीकरण बहुत शक्तिशाली होते है। सभी यज्ञचिकित्सा सूक्ष्मीकरण के सिद्धान्तपर चलती है। प्रयोग करते समय हमे सूक्ष्मीकरण के सात सिद्धान्त मिले।

सूक्ष्मीकरण से पदार्थ की शक्ती बढती है और डोस भी कम लेना पडता है। और गोबर गोमूत्र लेने की कई लोगों में जो घृणा उत्पन्न होती है, वह भी नही हो सकती। क्योंकी उसका बास ही नही आता। सूक्ष्मौषधी का असर भी तुरंत हो सकता है।

*सूक्ष्म पंचगव्य*
हमने विष्णूधर्म के प्रमाण लेकर सूक्ष्म पंचगव्य तैय्यार किया और उसके शेकडो लोगोंपर प्रयोग किए। उसका जो रिझल्ट मिला उससे हम हैरान रहे। यह तो पंचगव्य की अद्भूतता और सूक्ष्मीकरण की शक्ति का प्रताप है। विष्णुधर्म ने पंचगव्य का प्रमाण ऐसा दिया है, शकृत (गोबर) 3 भाग, कच्चे दुध 3 भाग, दही 2 भाग, घृत 1 भाग इस चारों का जितना प्रमाण होगा उतना ही गोमूत्र लेना।

ऐसे प्रमाण लेकर उसका सूक्ष्मीकरण किया और बिमारी के हिसाब से हर दो घंटे के बाद पाच से दस बुंदे जीभ पर छोडने को कहा। जिन्होंने लिया उनको उसका तुरंत फायदा मिला।

निचे दिये बिमारीपर हमने सूक्ष्म पंचगव्य दिया और उसका अच्छा असर मिला।
1. मस्क्यूलर डिस्ट्रॉफी – एक 38 वर्ष की महिला को दिया था। एकही दिन मे उसे एनर्जी महसूस हुई और शाम को वह उठकर थोडी चलने लगी।

2. युरिनरी इन्फेक्शन – डायबेटिस के वजह से एक आदमी को इन्फेक्शन हो गया था। दुसरे दिन उसकी तकलिफ मे फर्क मिला।

3. डायबेटिस – डायबेटिस में भी अच्छा फायदा होता है। हमने बहुत डायबेटिस के लोगों को दिया। उसके साथ ओमेगा 3 6 9 दिया और अच्छा परिणाम मिलता है।

4. संधिवात – संधीवात के शेकडो पेशंट को दिया। अहिस्ता अहिस्ता उनकी बिमारी ठिक हो जाती है।

5. अस्थमा – अस्थमा पेशंट को भी फायदा हुआ।

6. थायरॉईड – अनेक महिलाओं को दिया। पंधरा दिनों में उनकी गोलिया बंद हो गयी। लेकिन उसके साथ और कई चिजे दी थी।

7. युरेटस फायब्रॉईड – अनेक महिलाओं के फायब्रॉईड के ऑपरेशन टल गये।

8. पॅरालिसिस – एक अस्सी बरस के बुजुर्ग को दिया था। एक महिने के अंदर वह चलने लगे।

9. सेन्सेशन – एक साठ बरस की महिला को हाथ और पैर की सेन्सेशन चली गयी थी। उन्हे दिया तो एक सप्ताह के अंदर वह चलने लगी।

10. मेनोपॉज की समस्या – मेनोपॉज के समय हार्मोन्स इम्बँलन्स होता है, उसमे भी अच्छा काम करता है। ऐसे अनेक बिमारी पर दिया है। सभी बताने में बहुत लंबी लिस्ट बनेगी।

वैसे हर एक बिमारी पर उसका अच्छा असर होता है। सूक्ष्म पंचगव्य हर दिन लेने से क्या क्या फायदे होते है? हमने पाया की, 1. एनर्जी आती है। 2. दिन मे सोने की आदत है तो भी और रात को जागृण हुआ है तो भी, दिन मे निंद नही आती। मेंदू सतेज रहता है। 3. सेक्स्यूअल पॉवर बढती है। 4. शरीर के कौनसे भी कोने में हो दर्द धिरे धिरे कम हो जाता है। 5. हमेशा उत्साह रहता है। 6, नैराश्य मे फायदेमंद है। 7. शरीर की प्रतिकारशक्ती बढती है। 8. यदी बुखार आया भी, तो तुरंत चला जाता है। 9. शरीर और मन स्फूर्तिला रहता है। 10. सूक्ष्म पंचगव्य की खासियत यह है की, वह इम्युनिटी बुस्टर का काम करता है। सूक्ष्म पंचगव्य त्वचा के बिमारी से लेकर हड्डी के बिमारी तक पुरे शरीर के कोई भी बिमारी हो उसमे फायदेमंद रहता है। और निरोगी इन्सान को निरोगी रखने में मदत करता है। यह कैसा काम करता है, शरीर में शरीरक्रियाशास्त्र (फिजिऑलॉजी) क्या है? इसका हमने अध्ययन नही किया। सिर्फ बिमारी में क्या क्या परिवर्तन आता है, उसपर काम किया।

*एक गाय – करोडों की माय!*

हमने यह भी पाया की गाय और गाय का पंचगव्य इतना दिव्य और महत्त्वपूर्ण है की, केवल एक गाय पुरे पृथ्वीपर रहनेवाले इन्सानों को आरोग्य प्रदान कर सकती है। सूक्ष्मीकरण की प्रक्रिया से केवल एक गाय से छे सौ – सातसौ करोड लोगों को सूक्ष्म पंचगव्य प्रदान कर सकती है।

केवल एक लिटर पंचगव्य से सूक्ष्मीकरण के सप्तम संस्करण एक करोड लिटर बन सकता है। हमने ज्यो सूक्ष्म पंचगव्य लोगों को दिया उसमे तृतीय संस्करण इस्तेमाल किया था। वैसे नौ-दस तक संस्करण कर सकते है।

सूक्ष्मीकरण के माध्यम से केवल एक लिटर पंचगव्य के सप्तम संस्करण एक कोटी लिटर बन सकते है। एक आदमी को दिन मे केवल 3 मिली लिटर लेना पडता है। उस हिसाब से पृथ्वीपर जितने भी लोग है, उन सबके लिए हरदिन केवल 18 सौ करोड मिलि लिटर सूक्ष्म पंचगव्य लगेगा। और एक लिटर पंचगव्य से एक कोटी लिटर सूक्ष्म पंचगव्य बन सकते है। तो 10000000 लिटर x 1000 = 10,000000000 मिलि लिटर (एक हजार करोड मिलि लिटर) होता है। और एक दिन में पुरे पृथवी के लोगों को सिर्फ 1800,0000000 (अठराहसौ करोड) मिली. लिटर पंचगव्य लगेगा। तो सिर्फ एक लिटर आठसौ मिली लिटर पंचगव्य से पुरे पृथवीपर रहनेवाले सभी लोग पंचगव्य का सेवन करके अपना आरोग्य ठिक रख सकते है। एक गाय से हरदिन चार-पाच लिटर पंचगव्य मिल सकते है। तो केवल एकही गाय सभी लोगों के लिए काफी है। इसलिए उसे कामधेनू कहते है।

*एक महिने का आनेवाला खर्च*

सूक्ष्मीकरण की यह खासियत है की वह बहुत सस्ता पडता है। पंचगव्य रखने की बॉटल छोडकर सूक्ष्मीकरण के सप्तम संस्करण करने के लिए 35 मिनिटे समय लगता है। पंचगव्य और हर मिनिट का एक रूपया मजदुरी पकड ली तो एक महिने का खर्च आता केवल 15 पैसे! हर दिन का केवल आधा पैसा! इस मंहगाई के दौर में केवल आधा पैसा खर्च करकर कोई भी व्यक्ती अपना आरोग्य ठिकठाक रख सकता है। यह है गाय की महत्ता और सूक्ष्मीकरण की शक्ती! सूक्ष्मीकरण के सिद्धान्त हमने दुसरे अनेक लेखों मे दिए हुए है। गाय के पंचगव्य एक दिव्य रसायन है। गाय एक कामधेनू है, गाय एक सृष्टी का हुंकार है। इसलिए उसे पवित्र माना है। मा का दर्जा दिया है।

*ब्रह्मर्षि अधिक देशमुख,*
    (विद्यावाचस्पती)

*ऋषीगुरूपीठम, पुणे (महाराष्ट्र)*
*9850666581*

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