Saturday, November 23, 2019

गोपाष्टमी

*गोपाष्टमी...*
*4 नवंबर2019*
*पूजन विधि*

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवके भगवान श्रीकृष्ण का पूजन करने का महत्व है।

*आइए जानें कैसे मनाएं गोपाष्टमी पर्व?*

● गोपाष्टमी यानी कार्तिक शुक्ल अष्टमी के दिन प्रात:काल में उठकर नित्य कर्म से निवृत्त होकर स्नानादि करके स्वच्छ धुले हुए वस्त्र धारण करें।

● तत्पश्चात प्रात:काल में ही गायों को भी स्नान आदि कराकर गौ माता के अंग में मेहंदी, हल्दी, रंग के छापे आदि लगाकर सजाएं।

● इस दिन गायों को खूब सजाया-संवारा जाता है।

● इस दिन बछड़े सहित गाय की पूजा करने का विधान है।

● प्रात:काल में ही धूप-दीप, अक्षत, रोली, गुड़ आदि वस्त्र तथा जल से गाय का पूजन किया जाता है और धूप-दीप से आरती उतारी जाती है।

● इस दिन ग्वालों को उपहार आदि देकर उनका भी पूजन करने का महत्व है। 

● इस दिन सभी परिवार के लोग गौ यानी गाय की विधि विधान से पूजा करते हैं।

● इसके बाद गाय को चारा आदि डालकर उनकी परिक्रमा करते हैं। परिक्रमा करने के बाद कुछ दूर तक गायों के साथ चलते हैं।

● संध्याकाल में गायों के जंगल से वापस लौटने पर उनके चरणों को धोकर तिलक लगाने का महत्व है।

*गोपाष्टमी की हार्दिक बधाई...*

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