*गौमाता व भैंस में अंतर*
भैंस ने पूछा दूध तो मैं भी देती हूँ फिर गाय को ही माँ क्यों कहा गया? मुझे चाची ताई का भी पद नही मिला।हमने भैंस को समझा दिया कि चांदी और सोने के भाव में दिन रात का अन्तर होता है ।अब आप भी समझ लो गाय में जो गुण हैं वही गुण उसके दूध में है।जिस माँ ने हमें जन्म दिया उसके बराबर की ममता हमें गाय से मिलती है!!
भैंस अपने बच्चे से पीठ फेर कर बैठती है चाहे उसके बच्चे को कुत्ते खां जायें वह नही बचायेगी जबकि गाय के बच्चे के पास अनजान आदमी तो क्या शेर भी आ जाये तो जान दे देगी परन्तु जीते जी बच्चे पर आंच नही आने देगी।उसके दूध में स्नेह का गुण भरपूर होता है।
गाय के दूध से बुद्धि का विकास होता है लेकिन भैंस का दूध पियो ओर डोबा बनो भैंसे जैसी बुद्धि पैदा होती है!!
भैंस के दो बेटे बड़े होकर यानि दो झोटे एक गांव में मिलकर नही रह सकते।आमना सामना होते ही एक दूसरे को मारेंगे।भाई भाई का दुश्मन परन्तु गाय के 10 साण्ड इकट्ठे रह सकते हैं ये भाईचारे का प्रमाण है।
भैंस गन्दगी पसन्द है कीचड़ में लथपथ रहेगी पर गाय अपने गोबर पर भी नही बैठेगी वह स्वच्छता प्रिय है।
भैंस को घर से 2किमी दूर तालाब में छोड़कर आजाओ वह घर नही आ सकती,उसकी यादास्त जीरो है।गाय को घर से 50 किमी दूर छोड़ दो वह घर आ जायेगी । गाय के दूध मे स्मृति तेज है।
10भैंस बान्धकर 20 फुट दूर से उनके बच्चों को छोड़ दो एक भी बच्चा अपनी मां को नही पहचान सकता जबकि गोशालाओं मे दिन भर गाय व बच्चे अलग अलग शैड मे रखे जाते हैं सायंकाल जब सबका मिलन होता है तो सभी बच्चे हजारों की स॔ख्या में अपनी अपनी मां को पहचान कर दूध पीते हैं ये है गोदुग्ध की मैमोरी।
जब भैंस का दूध निकालते हैं तो भैंस सारा दूध दे देती है परन्तु गाय थोड़ा सा दूध ऊपर चढ़ा लेती है ।जब बच्चे को छोड़ेंगे तो उस चढाये दूध को उतार देती है ये गुण माँ के है जो भैंस मे नही हैं ।
गली में बच्चे खेल रहे हों और भैंस भागती आ जाये तो बच्चों पर पैर अवश्य रखेगी लेकिन गाय आ जाये तो कभी भी बच्चों पर पैर नही रखेगी।
भैंस धूप और गर्मी सहन नही कर सकती जबकि गाय मई जून मे भी धूप मै बैठ सकती है।
भैंस का दूध तामसिक होता है और गाय का सात्विक ।
भैंस का दूध आलस्य भरा होता है उसका बच्चा दिन भर ऐसे पड़ा रहेगा जैसेे अफीम या भांग खाकर पड़ा है! जब दूध निकालने का समय होगा तो मालिक उसे ठोकरें मारकर उठायेगा परन्तु गाय का बछड़ा इतना उछलेगा कि आप रस्सा खोल नही पायेंगे ठीक से।
*गाय के गुण लिखने में पूरी पुस्तक लिखी जा सकती है* !!!
राष्ट्रप्रथम की भावना के साथ वन्दे गौमातरम।
नोट- गाय यानी भारतीय नस्ल की देसी गाय ,,ना की जर्सी सूअर
#गौमाता_राष्ट्रमाता
#गौहत्या_बंद_करो_सरकार
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