Sunday, February 21, 2021

गौमाता को घास चरने से हटाने पर कोई पाप लगता हैं क्या?

 प्रश्न- गौमाता को घास चरने से हटाने पर कोई पाप लगता हैं क्या?


उत्तर:- एकदा तु चरन्ती गां वारयामास वै भवान्।

          तेन   पापाविपाकेन      निरयद्वारदर्शनम्।।


अर्थात्: राजा जनक जी ने यमराज से पूछा कि मैं जगदम्बा सीता का पिता, राजा श्री राम का ससुर, ज्ञानियों में श्रेष्ठ हूं फिर मुझे नरक क्यों लाया गया?

यमराज बोले सुन राजा ध्यान से सुन-

" एक बार आप रथ पे स्वार होकर नगर से बाहर जा रहे थे उस समय आपके अंग रक्षकों ने आपके मार्ग पर घास चर रही गौमाता को हटा दिया था। और आपने अपने अंगरक्षकों का विरोध नहीं किया। इसी कारणवश भगवान शिव द्वारा रचित दण्डं-विधान के अनुसार आपको कुछ समय नरक में बिताना होगा"।


स्त्रोत:- पद्म पुराण पाताल खण्ड अध्याय १८/११

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#गौहत्या_बंद_करो_सरकार

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