Sunday, July 26, 2020

अधर्मी के साथ अधर्म करना

यदि अर्जुन, निहत्थे कर्ण पर बाण नही चलाता तो कर्ण का मरना असंभव था...! कर्ण का कवच भी मांग लिया गया !
गदा युद्ध मे नियमों के विरुद्ध भीम जंघा पर वार नही करता तो दुर्योधन का मरना असंभव था...!

रणभूमि मे गंगापुत्र भीष्म के सामने शिखंडी को ढाल नही बनाया जाता तो भीष्म का मरना असंभव था....!

"अश्वथामा मारा गया" कहते वक्त शंखनाद करके युद्धिष्ठिर के वचन को दबाया नही गया होता तो द्रोणाचार्य का वध नही होता....

यदि  वासुदेव के कहने पर सूर्यदेव समय से पहले सूर्यास्त का नाटक नही करते तो जयद्रथ नही मरता....!

अधर्मी के साथ अधर्म करना , छल करना,कपटपूर्ण व्यवहार करना सब नीतिसंगत है...!

यही धर्मयुद्ध है, धर्म की जीत हुई है.........!!! ❤️❤️
जय श्री कृष्ण 🙏

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