Sunday, July 26, 2020

गायें, ब्राह्मण, वेद, सती स्त्री, सत्यवादी, लोभरहित और दानशील संत-महापुरुष


गायें, ब्राह्मण, वेद, सती स्त्री, सत्यवादी, लोभरहित और दानशील संत-महापुरुष
*🌞🚩सनातन सारथी🚩🌞*
*12/07/2020*
🚩🌞सनातन सारथी🌞🚩
धर्म का प्रचार प्रसार

*स्कन्द पुराण में कहा गया है👇👇*
*_गोभिर्विप्रैश्च_वेदैश्च_सतीभिः_सत्यवादिभिः_*
*_अलुब्धैर्दानशीलैश्च_सप्तभि_धार्यते_मही_*
*गायें, ब्राह्मण, वेद, सती स्त्री, सत्यवादी, लोभरहित और दानशील संत-महापुरुष—इन सातों के द्वारा यह पृथ्वी धारण की जाती है अर्थात् इन पर पृथ्वी टिकी हुई है*
*इस देश में--*
*1.नित्य 35000 गाय कत्लखानों में कटती है। गौमाता केवल बछिया को जन्म दे ~ ऐसी व्यवस्था की जा रही हैं , गोधन , नंदी वर्षभ जिस पर गौमाता निर्भर हैं , उसे खत्म किया जा रहा है , गौमाता की देशीनस्लें खत्म करके विदेशी वर्णसंकर गायों को बढ़ावा दिया जा रहा है*
*2.ब्राह्मणत्व की रक्षा 
*3. वर्तमान में सारा विकास वेद विरुद्ध है।वेदों को अपने कथित विकास में रोड़ा समझा जा रहा है। कतिथ समाज-सुधारकों ने वेदों की ऋचाओं का ऐसे कुअर्थ किये हैं जिनकी आज्ञा स्वयँ वेद नहीं देते*
*4.कोई भी सती स्त्री पतिव्रता ना रहे इसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने ही धारा 498 को निरस्त करके व्यभिचार को मान्यता दे दी है।प्रचार तंत्र , मीडिया तंत्र के द्वारा स्त्रियों को भोग की वस्तु बना दिया गया है । और खान-पान , वातावरण भी ऐसा ही है , फिर कहाँ से कोई स्त्री पातिव्रता रहेगी ।*
*5.कोई भी सत्यवादी न रहें ऐसी व्यवस्था का निर्माण किया गया है।शिक्षा,रक्षा,न्याय,स्वास्थ्य सबमें झूठ का ही बोल बाला है। आज की सारी की सारी व्यवस्थाएं जिनमे बाहरी आकर्षण दिखता हैं अंदर से पूरी तरह खोखली और झूठी हैं । आज हर मंत्री,व्यापारी, नेता,मीडिया बेहिसाब झुठ बोलते हैं ।*
*6.प्रत्येक मनुष्य को ऐसी शिक्षा ही दी जा रही है ताकि वो अर्थ और कामका ही किंकर(दास) बन कर रह जाए,लोभ उनके चित्तों में सवार है।विश्व सत्ता के इशारे पर आज हर मनुष्य लोभी बन चुका है ~ जोकि पाप की जड़ है*
*7.दानशील सन्त महापुरुष तो मिलने ही दुर्लभ है वर्तमान में क्योंकि अधिकांश में सभी अपनी पेटियां भरने में ही लगे है*
*दानशील तो छोड़ो आज* *कालनेमियो को ही समाज ने* *संत , महापुरुष या साक्षात* *भगवान ही मान लिया है*
*अरे मूर्खों! पृथ्वी के इन स्तम्भों को ही नष्ट कर दोगे तो पृथ्वी पर जीवन किस प्रकार धारण कर सकोगे*
*जय श्री राम*
*चलते रहिये🏃‍♂🏃‍♂🏃‍♂।,नमस्कार...✍”॥*
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                     *सनातन सारथी*

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