Thursday, December 13, 2018

गौवर्धन पूजा की बधाई

*गौवर्धन पूजा की बधाई*

( पोस्ट में गाय का मतलब *वेद लक्षणा, देसी गाय* से है , जिसके खुम्ब और गल कंबल होता है , जिसे अंग्रेजी में *ZEBU , Bos Indicus Cow*  , *cow with hump* भी कहते है )

भगवान कृष्ण ने जब गोचारण शुरू किया तो उनकी माता ने उन्हें 3 चीजे दी- लकड़ी, कंबल और जूते , *भगवान ने लकड़ी कंबल तो ले लिए , पर जूते नही लिए* । मंदिर में तो जूते बाहर निकाले जाते है फिर जूते किस लिए . *भगवान के पास 1 लाख पद्मा गाय थी* ( जब 1 लाख गायो का दूध 10 हजार गायो को पिलाया जाता है  , फिर उन 10 हजार गायो का दूध 1 हजार गायो को, उन 1 हजार गायो का दूध 100 गायो को, उन 100 गायो का दूध 10 गायो को , और उन 10 गायो का दूध 1 गाय को पिलाते है तो 1 पद्मा गाय होती है  ,जिसके शरीर से पद्म ( कमल )की खुश्बू आती है )। जब इंद्र ने ब्रज में वर्षा करी और जब वो भगवान से माफी मांगने आया , तो वो भगवान के गुस्से से बचने के लिए कामधेनु गाय साथ लाया , और भगवान का नाम पड़ा गोविंद । भगवान का एक नाम गोपाल ( जो गोपालन करे ) भी है ।  भगवान कृष्ण रोज 1 लाख गायो का दान करते थे ।

 *भगवान कृष्ण के पिताजी नन्द राज थे, जो 1 करोड़ गाय रखता है उसे नंद राज कहा जाता है । *राधाजी के पिताजी वृषभानुवर थे* , जो 50 लाख गाय रखते है उन्हें वृषभानुवर कहा जाता है । ऐसे ही नन्द , वृषभानु , गोप आदि उपाधियां थी , गो संरक्षण हेतू ।

 *माला , गोमुखी* - माला थैली को गोमुखी कहा जाता है ( गाय की तारे मुख कर जाप करे )। माला - मा +ला - माला , माला भी फेरे और गौ माता ( मा) का संरक्षण ( ला ) भी करे ।

 *गायत्री - गाय + त्री* - गौमाता का तीन बार दर्शन ही गायत्री है ।

 *ऐसा क्या कारण था कि भगवान ब्रज वासियो की रक्षा करने तुरंत प्रकट हो जाते थे ??* गौसंवर्धन ही मुख्य कारण था । गोप  ,गोपी वो होते है जो गाय का दूध पंचगव्य पीते है ।

 *जब भगवान कृष्ण को पूतना ने दुनिया का सबसे बड़ा जहर पिलाया* , तो भगवान का इलाज कैसे किया - भगवान को गोमूत्र गोबर से निलाहया , गोबर का तिलक लगाया और गाय की पूछ का झाड़ा लगाया ।

 *गौ -वर्धन , मतलब गाय , गौवंश का संवर्धन* । भगवान ने गोवर्धन पर्वत को उठाया , मतलब भगवान ये बताना चाहते है कि जो गौ रक्षा , गौ संरक्षण , गौ वर्धन करता है उसे भगवान ऊपर उठाते है ।

 *गौवर /गोबर- गौ+वर , गाय का वरदान* (याद रखे- भैस का गौवर नही , चौथ होता है )। तो गौवर गाय का वरदान कैसे , आज की सभी बड़ी समस्याओ का समाधान गौवर के पास है । आज रासायनिक खेती से खाने में जहर आ गया है । लेकिन वही अगर गाय के गौवर से खेती हो तो अमृत आये । पहले कुए से पानी निकालने का काम बैल से लेते थे ( ऊट भैस आदि से नही ), क्योकि बैल के पैरों में सर्प का वास होता है जो जमीन के शत्रु कीटाणुओं को मारकर मित्र कीटाणुओं को बचा देता है , वाइस।

 *गौवर गैस* - आज गौवर गैस से गाड़िया चल रही है । अगर सभी गौवर गैस गाड़ियों में इस्तेमाल करने लगे तो देश को अरबो का लाभ होगा । गौवर गैस का इस्तेमाल खाना बनाने में भी हो रहा है ।

 *गौवर लकड़ी* - जयपुर में शमशान घाट में लकड़ी की जगह गाय के गौवर से बनी लकड़ियों के इस्तेमाल शुरू हो गया है ।

 *गौवर के गमले* में पौधों अच्छे उगते है और पानी डालने की जरूरत काम पड़ती है ।

 *गौवर पेपर* - गौवर से पेपर , एन्वेलोप आदि बनाया जा चुका है ।

 *गौवर की एन्टी रेडिएशन मोबाइल चिप्स* - जिसे मोबाइल के पीछे लगाने से रेडिएशन कम होजाती है ।

 *गौवर टाइल* - मकान बनाने के काम आती है , जिसमे हानिकारक विकरणों / रेडिएशन का प्रभाव नही होता ( नुक्लेअर प्लांट एक्सीडेंट, भोपाल गैस कांड जैसे स्थितयों में )

 *होम थेरेपी ( Homa Therapy/ यज्ञ चिकित्सा , यज्ञ /हवन थेरेपी)* और गाय के गौवर की राख - देसी गाय के गोबर पर एक चमच्च देसी गाय के घी से हवन करने से 1 टन से भी ज्यादा ऑक्सिजन और लाभदायी गैस का निर्माण होता है और इससे pollution प्रदूषण भी समाप्त होता है । गाय के गौवर की राख की कैप्सूल बन रही है जिससे अनेको रोग खत्म हो रहे है । गाय के गौवर की राख को शहद से लोग देश विदेशो में ले रहे है ।

 *गाय के गौवर का प्लास्टर* - हड़िया जोड़ देता है ।

गाय के गौवर से स्नान करने से *चर्म रोग* खत्म होजाते है ।

 *गाय के गौवर से साबुन , दर्द नाशक तेल ,* चर्म रोग खत्म करने का तेल आज देश विदेश की मार्किट, ऑनलाइन उपलब्ध है , और लोग लाभान्वित हो रहे है ।

 *गोमय वस्ते लक्ष्मी, गोमूत्रे धन्वंतरि* - गाय के गौवर में लक्ष्मी ( गणेश भी - गौवर गणेश , *गौवर के लक्ष्मी गणेश की पूजा भी होती* है ) का वास , और गोमूत्रे में धन्वंतरि ( आयुर्वेद के जनक )।

 *गाय के गौवर में सोना* - भारत सोने की चिड़िया इसी लिए कहलाता था क्योंकि यह गाय थी , गाय के *सभी पंचगव्यों ( दूध , दही , घी , गोमूत्रे , गोबर ) में सोना होता है* ( तभी पीलापन होता है । गुजरात के वैज्ञानिक ने गोमूत्रे में सोना सिद्ध भी कर दिया है (  https://www.scoopwhoop.com/Scientists-In-A-Gujarat-University-Are-Claiming-Theres-Gold-In-Cow-Urine/   ) । गाय के 1 किलो दूध में 55 रु का सोना होता है ।

 *महाभारत* में जब यक्ष युधिष्टर से पूछता है की *धरती पर अमृत* क्या है , तो उन्होंने कहा गाय का दूध ।

 *गोवर्धन, गौहाटी, गोरखपुर, गोवन ( गोवा )* आदि जगह के नाम गो से ही है , क्योकि वह गोपालन होता था । *गवर्नमेंट ( go-vernment)* शब्द भी गौ से ही बना है , जो सरकार गाय की रक्षा करे वही गवर्नमेन्ट है ।

 *गौत्र* - जब शादी करते है तो गौत्र ( गौ +त्र - गौ रक्षा ) पूछते है ,मतलब पूर्वजो ने कितनी गाय की रक्षा करी , आप लड़की की रक्षा करने के लायक हो या नही ।

 *गाय बचेगी देश बचेगा*

#SaveCows #Govardhan

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