Sunday, November 29, 2015

हुंकार रैली कि सुर्खिया ( 23Feb2014)


हुंकार रैली (23Feb2014 ) कि फ़ोटो नीचे वाली लिंक में देखिये  --


 

हुंकार रैली कि सुर्खिया  --->

 

--हुंकार रैली का आज 23Feb2014 को सफल आयोजन हुआ।  "माँ ", "गोमाता राष्ट्रीय माता" के  शब्दो से पूरा मैदान गूँज उठा।  

--मुस्लिम , सिख , जैन , सभी धर्मो के धर्म गुरुओ ने भाग लिया और  गो माता को राष्ट्र माता बनाने का आवाहन किया 

--गोपाल मणि महाराज ने सरकार से प्रश्न किये -> जब गोमूत्र और देसी गाय के गोबर से अमृतमयी खेती हो सकती है तो क्यों भारत सरकार फ़र्टिलाइज़र विदेशो से इम्पोर्ट करती है  --> जब गोमाता के गोबर से गोबर गैस बन सकती है तो क्यों गैस का इम्पोर्ट किया जाता है --> भारत भूमि जिसमे देसी गाय के दूध घी दही कि गंगा बहती थी वो आज क्यों गोमास का सबसे बड़ा निर्यात बन गया है। 

 

--डॉ सुरेश चौहान गुडगाँव ने घोषणा करी कि जब तक गोमाता को राष्ट्रीय माता नहीं बनाया जाता तब तक उन्होंने अन्न छोड़ दिया है 

 

--गोपाल मणि महाराज ने कहा कि जब भगवन श्री राम वनवास में गए तब भी गोमाता के शत्रुओ का विनाश करने के लिए अस्त्र धनुस लेकर गए।  महाराज ने कहा माला का मतलब "माँ " "ला " अर्थात गोमाता को घर में लाओ। महाराज ने कहा कि गोमाता ने अपमान और मृत्यु में से मृत्यु को चयन किया है।  इसलिए हमें गोमाता को उसका खोया हुआ सम्मान पहले देना पड़ेगा , ये तभी सम्भव है जब हम गोमाता को राष्ट्र माता बनाये।  महाराज ने कहा कि गोमाता ही हमारी सभी समस्याओ का समाधान है। भारत सोने कि चिड़िया फिर से तभी बनेगी जब हम गोमाता को उसका खोया हुआ सम्मान दिलाये।  महाराज ने ये भी कहा कि आंदोलनकारी और अन्न शन पर बैठने वाले लोग भी गोहत्यारो का साथ दे रहे है (अन्ना जो ममता का साथ दे रहे है )  महाराज ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा गोभक्तो को पार्लियामेंट में लाये।  

--गोपाल मणि महाराज कि गोकथा से प्रेरित होकरलाख लोग गोमाता को अपने घर ले आये है। महाराज ने कहा गोमाता के महत्व को घर घर तक पहुचने कि जरुरत है। भारत के पास इतनी गाय भी नहीं है कि सभी लोग हर घर में गाय रख सके , और जो लोग गाय पालते है उनको भी गोमाता के महत्व का नहीं पता , इसलिए हमें गोमाता का महत्व जन जन तक पहुचना है।  गोपाल मणि महाराज ने हिमालय के ऋषियो कि प्रेरणा से "धेनु मानस " ग्रन्थ कि रचना कि है , जिससे जन सामान्य गो माता के महत्व को जान सके। 

--गोपाल मणि महाराज ने कहा जब ध्रितराष्ट्र रजा नहीं बन पाया क्योकि वह अँधा था तब उसने श्राप दिया कि जो भी रजा बनेगा वो अँधा हो जायेगा।  ऐसे ही ये सरकार भी अंधी हो गयी है 

--गोभक्त देवकीनंदन ठाकुरजी ने कहा कि मीडिया  हिन्दुओ कि गलती निकलता रहता है , उसको भी गोरक्षा कि खबर दिखानी चाहिए।  महाराज ने कहा कि हम गोमाता के लिए अपनी जान भी देने के लिए तैयार है। महाराज ने कहा कि हिंसक और अहिंसक सभी जीव जन्तुओ को जीना का हक़ है तो गोमाता को क्यों नहीं। 

--संतो ने कहा कि आत्मा , विश्वात्मा सभी का अंतिम शब्द "माँ ' ही है।  

 

-- बाबा रामदेवजी ने भी टेलीफोन पर सम्बोधन दिया 

--गोभक्त फैज खान ने कहा कि मुस्लिम धर्म में गोमाता के दूध को अमृत कहा है और गोमास को जहर।  गोभक्त फैज खान ने कहा कि गोमाता कृपा करती है , गोमाता ने स्वयं उनपर इतनी कृपा करी कि एक मुस्लिम को व्यास पीठ पर बैठा दिया।  गोभक्त फैज खान ने अभी गुजरात में गोकथा का भी आयोजन किया। उन्होंने कहा जो गोहत्यारे है उनका कोई धर्म नहीं है। 

--जब सुबह 4  से 6  के बीच में हम पूजा पाठ करते है तब रोजलाख गायो को कत्ल कर दिया जाता है

--उत्तर प्रदेश मेंकत्लखाने खोलन कि मंजूरी मिली है 

--सभी एकत्रित गोभक्तो को गोमाता के देसी घी से बना प्रसाद दिया गया  

--गोक्रान्ति मंच ने गोभक्तो का रजिस्ट्रेशन भी किया। 

--देश भर से आये गोभक्तो और महिला गोभक्तो ने भी बढ़ चढ़कर भाग लिए 

--देश भर से आये भक्तो ने गोमाता को राष्ट्रमाता बनाने के नारे लगाये 

--कई गोभक्त तो देश के दूसरे भागो से एक दिन पहले ही रामलीला मैदान में गए थे 

 

 

हुंकार रैली कि फ़ोटो नीचे वाली लिंक में देखिये  --

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