#AyodhyaRamMandir #Ordinance4RamMandir #DevrahaBaba
*ब्रह्मऋषि देवराहा बाबा* ने ही राम मंदिर आंदोलन की शुरुआत करी । बाबा ने राम मंदिर बनने की भविष्यवाणी पहले ही कर रखी है ( वीडियो ). *देवराहा बाबा का कहना था कि गोरकक्षा से ही भारत का कल्याण होगा* । सुभाष चंद्र बोस को बाबा ने ही सेना बनाने के लिए कहा । क्रांतिकारी मंगल पांडे भी बाबा के शिष्य थे । प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद कहते थे कि उनकी 7 पुश्ते बाबा के पास आ चुकी है । *इंग्लैंड के राजा जॉर्ज पंचम* बाबा से मिलने 1908 में आया ( जब गेट वे ऑफ इंडिया बनाया गया था ..जॉर्ज पंचम के बड़े भाई ने बाबा से मिलकर सारा राज छोड़ दिया था )। रूस का तानाशाह गोर्बाचोव भी बाबा से मिलने आया था । बड़े मुस्लिम धर्म गुरु भी बाबा से मिले । बाबा की उम्र का किसीको नही पता था । कुम्भ में सबसे पहले ( नागाओ से पहले भी ) बाबा स्नान करते थे । बाबा शिवजी का अवतार थे , उनकी जटाओ मे शिवरात्रि वाले दिन गंगा प्रकट होजाती थी । 21नवंबर1990 (योगिनी एकादशी 19 नवंबर 1990 को बाबा ने शरीर छोड़ा ) को बाबा को यमुना जी ( वृन्दावन ) में समाधि दी गयी , समाधि के समय आकाश से फूलो की वर्षा हुई । 21 नवंबर को आज योग दिवस के रूप में मनाया भी जाता है ।
*ॐ देवरहाय दिगम्बराय मंचासीनाय नमो नमः ।।*
https://youtu.be/ZROm5Jra85o
*ब्रह्मऋषि देवराहा बाबा* ने ही राम मंदिर आंदोलन की शुरुआत करी । बाबा ने राम मंदिर बनने की भविष्यवाणी पहले ही कर रखी है ( वीडियो ). *देवराहा बाबा का कहना था कि गोरकक्षा से ही भारत का कल्याण होगा* । सुभाष चंद्र बोस को बाबा ने ही सेना बनाने के लिए कहा । क्रांतिकारी मंगल पांडे भी बाबा के शिष्य थे । प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद कहते थे कि उनकी 7 पुश्ते बाबा के पास आ चुकी है । *इंग्लैंड के राजा जॉर्ज पंचम* बाबा से मिलने 1908 में आया ( जब गेट वे ऑफ इंडिया बनाया गया था ..जॉर्ज पंचम के बड़े भाई ने बाबा से मिलकर सारा राज छोड़ दिया था )। रूस का तानाशाह गोर्बाचोव भी बाबा से मिलने आया था । बड़े मुस्लिम धर्म गुरु भी बाबा से मिले । बाबा की उम्र का किसीको नही पता था । कुम्भ में सबसे पहले ( नागाओ से पहले भी ) बाबा स्नान करते थे । बाबा शिवजी का अवतार थे , उनकी जटाओ मे शिवरात्रि वाले दिन गंगा प्रकट होजाती थी । 21नवंबर1990 (योगिनी एकादशी 19 नवंबर 1990 को बाबा ने शरीर छोड़ा ) को बाबा को यमुना जी ( वृन्दावन ) में समाधि दी गयी , समाधि के समय आकाश से फूलो की वर्षा हुई । 21 नवंबर को आज योग दिवस के रूप में मनाया भी जाता है ।
*ॐ देवरहाय दिगम्बराय मंचासीनाय नमो नमः ।।*
https://youtu.be/ZROm5Jra85o
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